नोट बनाने का काम अब भी जारी था। आरोपियों के पास से 24,450 रुपये के नकली नोट बरामद किए गए हैं। इन आरोपियों ने तमाम नकली नोट नगीना और जिले में ही चलाए थे।
नगीना कोतवाल अखिलेश प्रधान ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर नगीना-बढ़ापुर मार्ग स्थित गांव चमरावाला की पुलिया के पास बाइक पर सवार तीन लोगों को रोका गया। इन्होंने अपनी पहचान नगीना के मोहल्ला मनिहारी सराय निवासी पूर्व सभासद शाहुजमा, उसके बेटा शहजाद तथा किरतपुर थाने के मोहल्ला मलकान निवासी मेराजुद्दीन के रूप में बताई।
तलाशी में इनके पास से 100 और 50 के 24,450 रुपये के नकली नोट बरामद हुए। असली नोटों को स्कैन करके यह नकली नोट बनाए गए थे। पुलिस ने तीनों के पास से तीन मोबाइल और एक बाइक भी बरामद की है।
पुलिस के मुताबिक, पूर्व सभासद शाहुजमा अपराधी है। उस पर हत्या, लूट व डकैती के कई मामले दर्ज हैं। आरोपियों के मुताबिक, उनके गिरोह का सरगना कोतवाली देहात निवासी अय्यूब है। मुजफ्फरनगर निवासी उस्मान व किरतपुर थाने के गांव लुकमानपुर निवासी रियासत भी गिरोह के सदस्य हैं।
नोटबंदी के दौरान आरोपियों ने कैश की किल्लत का जमकर फायदा उठाया। ये घर पर ही स्कैन कर नकली नोट बनाने लगे। गैंग के सदस्यों ने इन नोटों को कम कीमत पर बेचा। तीनों ने नगीना व जिले के बाजारों को ही नकली नोट खपाने का मुख्य अड्डा बनाया।