जिसकी रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को दे दी जाएगी उन्होंने बताया गया किसी भी पीड़ित का पैसा मारा नहीं जाएगा। मामला लोगों के संज्ञान में आने के बाद डाकघर पर नियुक्त चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी नईम अहमद पिछले कुछ दिनों से छुट्टी लेकर गया हुआ है।
जामा मस्जिद के सामने उपडाक घर की एक बहुत पुरानी शाखा है और लोग भीड़ से बचने के लिए मुख्य डाकघर की बजाय उक्त शाखा में अपना खाता खोलकर लेनदेन करते चले आ रहे हैं। लोगों ने बताया कि उपडाक घर में दो कर्मचारी जिसमें पोस्टमास्टर खानचंद व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी नईम अहमद दोनों ने मिली भगत करके पिछले 4 वर्षों में लोगों से पैसे का लेन देन करते रहे और उनकी पासबुक में एंट्री भी करते रहते थे। एफडी, आरडी, टीडी व नकद जमा करते रहे। एफडी पूरी होने पर खातेदारो ने उक्त कर्मचारियों से भुगतान को कहा तो वह टालमटोल करते रहे जिस पर खातेदारों को शक होने लगा तो उन्होंने मुख्य डाकघर जाकर अपने खाते चेक कराए तो पता चला कि उनके खाते में पैसा जमा ही नहीं है। जिसे देखकर उनके होश उड़ गए और शाखा के कर्मचारियों द्वारा गबन करने की बात आग की तरह फैल गई। सोमवार को खाता धारक उपडाकघर में जमकर हंगामा करने लगे। मौहल्ला काजीसराय निवासी सैय्यदा खातून ने बताया कि उसने 6 बार में 50-50 हजार रुपए जमा किए। इसी प्रकार मोहल्ला काजी सराय निवासी फरीदा, मोहल्ला कायस्त सराय निवासी कृपाल सिंह व अलाउद्दीन, मोहल्ला कलालान निवासी मोहम्मद अनवर आदि ने बताया कि उन्होंने शाखा में मौजूद दोनों कर्मचारियों को लाखों रुपए जमा करने के लिए दिए थे जिसकी एंट्री भी दोनों कर्मचारियों ने पासबुक में कर दी थी लेकिन ऑनलाइन किसी का भी पैसा जमा नहीं हुआ। जिसकी शिकायत होने बिजनौर के उच्च अधिकारियों से की। सोमवार को डाक घर पहुंचे डाक विभाग बिजनौर के इंस्पेक्टर हरेन्द्र सिंह ने खातेदारो के आरोपों को सही पाया। उन्होंने बताया कि मामले की जांच रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को सौंप दी जाएगी तथा उन्होंने खाताधारकों का आश्वासन दिया कि उनका पैसा मारा नहीं जाएगा। उन्होंने आरोपी कर्मचारियों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्यवाही की बात कही।