पेद्दा कांड में घायल हुई 65 वर्षीय सद्दीकन की घर पर उपचार के दौरान मौत हो गई। सद्दीकन के बेटे ने प्रदेश सरकार की घायलों को पांच लाख रुपये देने की घोषणा के बाद भी उनको रुपये न देने का आरोप लगाया है। डीएम कार्यालय में पत्र देकर मुआवजा दिलाने की मांग की।
16 सितंबर को गांव पेद्दा में दो पक्षों में विवाद में जमकर गोलीबारी और पथराव हुआ था। विवाद में एक पक्ष के तीन लोगों की हत्या की गई थी। विवाद में 12 गांव वाले घायल भी हो गए थे। सद्दीकन पत्नी रशीद भी विवाद में घायल हुई थी। सद्दीकन के बेटे तसलीम के मुताबिक विवाद में मारपीट में उसकी मां की पसलियों में चोट आई थी।
उसकी मां को उपचार के लिए उसी दिन जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वर्तमान में घर पर ही उसकी मां का इलाज चल रहा था। 13 दिसंबर की रात तीन बजे उसकी मां की मौत हो गई। तसलीम के मुताबिक इस विवाद में घायल होने वालों को प्रदेश सरकार की ओर से पांच-पांच लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की गई थी।
तसलीम ने आरोप लगाया कि प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही के कारण सद्दीकन को अनुमन्य मुआवजा राशि अभी तक नहीं दी गई है। उसके अनुसार इस मामले की पत्रावली एडीएम वित्त एवं राजस्व के पास सुरक्षित है। तसलीम ने उसके खाते में मुआवजे की राशि भिजवाने की मांग की है। उधर, शहर कोतवाल शैलेंद्र प्रताप गौतम के मुताबिक सद्दीकन पेद्दा कांड में घायल हुई थी। वह उपचार के बाद ठीक हो गई थी। उसकी मौत ठंड लगने से हुई है।
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- Source: AmarUjala